top of page

Tujhse...

 

 

Tujhse jeena seekha 
har lamhe me muskuraya..
khusiyo ko sayaa 
jaise tujhse hi paayaa...
khud ko dekh k 
aksar tujhe sochta hu,,
kyuki,, tujhse hi mai hu...!

30/08/14

तुम बिन, मै

सूना सा समा है,
खामोश दिल की धडकनें,
तुम बिन कुछ भी नही...!!

जब याद तुम्हारी आती है,
मेरी सासें रूक जाती हैं,,
मै टूटा सा, तन्हा सा,,
देखो, मै, तुम बिन कुछ भी नही...!!

 

हर बात मे तुम हो
हर याद ने तुम हो,
मुझमे तुम हो,,
अब तुम ही बताओ 
कैसे जीऊँ .?
तुम बिन, मै,, कुछ भी नही...!!

16/08/14

हिंद देश का ये तिरंगा
सारे जग मे लहरायेंगें..
हम वतन के आजाद परिंदे
आगे बढते जायेंगें...!

 

है खुशनुमा ये आसमां
मस्त मगन लहरा रहा,
वीरो ने आजाद किया
देश बढता जा रहा...
हिंद देश का ये तिरंगा 
मस्त मगन लहरा रहा....!

सब बढे उन्नति करें,
मिल-जुल के कदम उठायेंगें,,
आखो मे सपने भरे आज
बुलंदियाँ चढते जाऐंगें....
हिंद देश का ये तिरंगा
सारे जग मे लहरायेंगें...!

जय हिंद, जय भारत"

15/08/14

 हिंद देश का ये तिरंगा

Meri dhadkan me tum hi base ho 
saaso me tum hi samaye..
mai na jee pau tum bin kahi 
tum bin sunii raahe...
laakh dard khusi k aasu 
laakh jatan kar paya..
aaj kaho tum 
'bhul jao mujhe'
kya wo vaada yaad na aaya..?
meri duniya ho 
saath mera tum dena..
meri palko me 
mere sapno me 
sirf tumhara saaya..
is duniya se dar k kya jeena 
jeena sath jo pyaar kiya,,
saari duniya ki khusi du tujhko 
tere aasu mai khud pee jaau,,
sajda karu teri tasveer ko 
sapno me tere mai bas jauu..
jee lu jindgi sirf tere liye 
warna kuch v kar jauu..,,
mera khud se h ye Vaada..
Janmo ka, pyaar ka, Tumse h Vaada...!!
K@mL

20/08/14

 Tumse h Vaada

सबसे खूबसूरत पल है मेरे लिए,
ऐ वक्त यही रूक जा,
मेरी यादो को ताजा कर जा..
मुझे उनका साथ दे जा... 
वक्त जरा ठहर जा...!

 

बारिश भी कुछ गुनगुना रही,
मुझे उनकी याद आ रही,,
खिल उठा जैसे दिल चमन
है प्रफूल्लित मेरा मन..

05/07/14

खूबसूरत पल

पहली बारिश की खुमारी है,
अम्बर से बरसा पानी है..
देख प्रफ्फूलित है धरती,
खिल सा गया उसका दामन,,
तृप्त हो गया कोमल तन-मन..
देख के बादल की खुमारी..
खुशनुमा है वसुधा सारी...!

 

नैना तरस गये थे जिसको,
तेज धूप से तडप गऐ थे,,
देख के मन पूलकित हुआ
बारिश की पहली बूंद ने-
आज रोम-रोम को जैसे छुआ..!

सोंधीं-सोंधीं महके मिट्टी
फड-फड, उड, गाते पत्ते..
आसमान भी खुश है देखो
आज हुई जो पहली बारिश..!

घड-घड करता बादल गाता,
नीला अम्बर सबको लुभाता..
मनमोहक सा सुंदर जीवन
आज हृदय है कितना मगन..
प्रीत मिलन की कितनी प्यारी,
सावन को चढी खुमारी,,
बारिश से मिलकर धरती
दिख रही बहुत न्यारी-न्यारी...!

अंश आर्य तिवारी '*कमल*'

15/06/14

-*'पहली बारिश'*-

तुमसे दूर मै रह नही पाता,
तुम न रहो, तो जी नही पाता...
तू ही मेरी खुशी
तू ख्वाब मेरा 
तू जिंदगी..
तू ही वो शुरूर-
जिसको मैने सपनो मे सजाया है..
हर जर्रे से तुम्हारा नाम आया है..!

 

क्यू दिल को रोक नही पाता 
तेरे बिन ये तडप सा जाता..
तू आरजू..
तू ही मेरी सुबह
मेरी शाम मेरी रात..
बस तू ही तू..
तुझको मैने सासो मे बसाया है,
बडी मुश्किलो से तेरा साथ पाया है..!

10/06/14

तू जिंदगी..

Kamal Komal Kavita

aakho ki kasis kuch kahti h 
madhosi ka alam h..
mahka sa kamal h...
mai khus hu 
tum jo sath ho 
mere dil k pas ho...
masoom sa chehra h 
aakho ka Raaz thoda gahra h 
inme doob sako to-
doob lo...!!

Aakhe..

Subah jag k khusiya dhoodhi maine,,
suraj se door roshni dekhi maine..
usko manaya, 
kuch pal sath beetaya..
khud hasa
usko v hasaya...
fir kuch galti hui 
wo rooth gyi 
subah ki khusi chhut gyi..
ab kaisa ho din 
kuch v pata ni...

13/06/14

Dukh 

bottom of page